सीने में जलन होना आयुर्वेद में हृदय दाह और अन्तर्दाह आदि के नाम से जाना जाता है। सीने मे जलन की समस्या आजकल आम हो गई है। लेकिन आप कभी भी सीने में जलन को हल्के में ना लें। यह जरूरी नहीं है कि सीने में जलन का मतलब दिल की काई खतरनाक बीमारी हो सकती है।
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiWWYiYZPouAdM9d0ajdk-2ChBfMzaEmOC_RbI5M5_50LRATGvQND7Ks_8fbSyHE00CfCbbPpAKc-bRITsp658lPO1Qk7AxjN6KS5hIZ7iA2wXQ1H7UxpQgTa6uexWVeNOFA9rTNQGv-ZU/s640/heartburn-indigestion.jpg)
सीने में जलन के कारण
अधिक मिर्च मसाले वाली चीजों का सेवन
गैस बनना
कच्चे तेल में बना खाना खाने से
बासी खाना खाने से
पानी का सेवन ना करना
लौंग कई तरह की गंभीर बीमारियों को जड़ से खत्म कर सकता है। लौंग एक प्रकार का मसाला है। इस मसाले का उपयोग भारतीय पकवानो मे बहुतायत रूप में किया जाता है। अगर प्रतिदिन लौंग का अलग-अलग तरीके से सेवन किया जाए तो इससे आपको कई तरह की बीमारियों में लाभ मिलेगा।लौग से निम्न बीमारियों में फायदा होता है|
बीमारियों में होने वाले फायदे --
1. लौंग को मुंह में रख कर उसका रस चूसने से खांसी ख़त्म होती है। जब तक मुंह में लोंग रहती है तब तक खांसी बंद ही रहती है।
2. लौंग को मुंह में रख कर चूसने से मुंह और श्वास की बदबू दूर हो जाती है।
3. लौंग के तेल की कुछ बुंदे किसी स्वच्छ कपडे के टुकड़े पर टपकाकर, उस कपडे को बार-बार सूंघने से जुकाम की समस्या ठीक हो जाती है, साथ ही नाक भी बंद नहीं होती है, और नाक अगर बंद हो तो खुल जाती है।
4. लौंग को पानी के साथ पीसकर 100 ग्राम पानी में मिलाकर, छानकर मिश्री मिलाकर पिने से ह्रदय की जलन विकृति दूर होती है। पेट में जलन होना बंद हो जाती है।
5. वात विकार व जोड़ों के दर्द में लौंग का तेल मलने से पीड़ा ख़त्म होती है।
6. लौंग को पानी के साथ पीसकर हलके गर्म पानी में मिलाकर पीने से जी मचलना बंद हो जाता है और ज्यादा प्यास लगना भी बंद हो जाती है।
7. लौंग के तेल की एक दो बुंदे बताशे पर डालकर खाने से हैजे की विकृति दूर हो जाती है।
8. लौंग को बकरी के दूध में घीसकर, नेत्रों में काजल की तरह लगाने से रतोंधी रोग ठीक होजाताहै।
9. लौंग और चिरायता दोनों बराबर मात्रा में पानी के साथ पीसकर पिलाने से बुखार ख़त्म होजाताहै।
10. एक रत्ती लौंग को पीसकर, मिश्री की चाशनी में मिलाकर चाटकर खिलाने से गर्भवती महिलाओं की उल्टियां बंद हो जाती है।
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सीने में जलन के कारण
अधिक मिर्च मसाले वाली चीजों का सेवन
गैस बनना
कच्चे तेल में बना खाना खाने से
बासी खाना खाने से
पानी का सेवन ना करना
लौंग कई तरह की गंभीर बीमारियों को जड़ से खत्म कर सकता है। लौंग एक प्रकार का मसाला है। इस मसाले का उपयोग भारतीय पकवानो मे बहुतायत रूप में किया जाता है। अगर प्रतिदिन लौंग का अलग-अलग तरीके से सेवन किया जाए तो इससे आपको कई तरह की बीमारियों में लाभ मिलेगा।लौग से निम्न बीमारियों में फायदा होता है|
बीमारियों में होने वाले फायदे --
1. लौंग को मुंह में रख कर उसका रस चूसने से खांसी ख़त्म होती है। जब तक मुंह में लोंग रहती है तब तक खांसी बंद ही रहती है।
2. लौंग को मुंह में रख कर चूसने से मुंह और श्वास की बदबू दूर हो जाती है।
3. लौंग के तेल की कुछ बुंदे किसी स्वच्छ कपडे के टुकड़े पर टपकाकर, उस कपडे को बार-बार सूंघने से जुकाम की समस्या ठीक हो जाती है, साथ ही नाक भी बंद नहीं होती है, और नाक अगर बंद हो तो खुल जाती है।
4. लौंग को पानी के साथ पीसकर 100 ग्राम पानी में मिलाकर, छानकर मिश्री मिलाकर पिने से ह्रदय की जलन विकृति दूर होती है। पेट में जलन होना बंद हो जाती है।
5. वात विकार व जोड़ों के दर्द में लौंग का तेल मलने से पीड़ा ख़त्म होती है।
6. लौंग को पानी के साथ पीसकर हलके गर्म पानी में मिलाकर पीने से जी मचलना बंद हो जाता है और ज्यादा प्यास लगना भी बंद हो जाती है।
7. लौंग के तेल की एक दो बुंदे बताशे पर डालकर खाने से हैजे की विकृति दूर हो जाती है।
8. लौंग को बकरी के दूध में घीसकर, नेत्रों में काजल की तरह लगाने से रतोंधी रोग ठीक होजाताहै।
9. लौंग और चिरायता दोनों बराबर मात्रा में पानी के साथ पीसकर पिलाने से बुखार ख़त्म होजाताहै।
10. एक रत्ती लौंग को पीसकर, मिश्री की चाशनी में मिलाकर चाटकर खिलाने से गर्भवती महिलाओं की उल्टियां बंद हो जाती है।
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