सर्दियों में कैसे रखें अपनी स्किन का ख्याल - daily health letters,relationship,health information,natural remedies,pregnancy symptoms

Tuesday, December 18, 2018

सर्दियों में कैसे रखें अपनी स्किन का ख्याल


जून की चिलचिलाती गर्मी के बाद अक्टूबर और नवंबर में ठण्ड ने हलकी दस्तक दे दी है जैसा की हम सभी जानते है की शीतकालीन मौसम में हमारी त्वचा को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।  जैसे सर्द हवाएं, कोहरे की ठंडी फुहारें।  जिसके कारण  हमारी त्वचा बेजान, रूखी और कांतिहीन हो जाती है।  हमारी त्वचा अपना सौंदर्य खो देती है।  जिसका असर हमारी त्वचा पर प्री- मैच्योर एजिंग शुरू हो जाना।  हमारी त्वचा पर प्रत्येक दिन नयी कोशिकाओं का निर्माण होता है परन्तु अगर उन्हें सही पोषण न मिले तो त्वचा पर कई फाइन लाइन्स दिखने लगती है जिन्हे झुर्रियां कहा जाता है। चेहरे पर झुर्रियां पड़ना किसी भी महिला को अच्छा नहीं लगता।  झुर्रिया पड़ने के दो कारण हो सकते है।  पहला रूखी त्वचा और दूसरा  त्वचा की सही देखभाल न करना।  आमतौर पर विशेषज्ञों का मानना है कि त्वचा  में नमी और कोलेजिन की कमी ही झुर्रियों का मुख्य कारण  है  यानी जब हमारी त्वचा शुष्क होती है।  सर्द  हवाओं के कहर से अपनी त्वचा को बचाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर अपनी त्वचा को सर्दियों के मौसम में भी निखरी और दमकती हुई बनाये।


शरीर में पानी की कमी होना:-

शरीर में पानी की कमी होना:-

जब सर्दियां शुरू होती है तब हम गर्मियों में जितना अधिक पानी पीते है उतना ठंडियों में नहीं पीते है जिस कारण  हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। त्वचा की नमी खोने लगती है। इसका असर त्वचा का रुखा और बेजान होने से देख सकते हैं । हमे प्रतिदिन 8 - 10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए। रोज एक से डेढ़ लीटर पानी पीना हमारी त्वचा की चमक को बरकरार रखता है। कहा जाता है की रोज सुबह उठ कर पानी पीना भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। 

गरम पानी की जगह गुनगुने पानी का इस्तेमाल करे-

गरम पानी की जगह गुनगुने पानी का इस्तेमाल करे-

सर्दियों में सभी लोग ठन्डे पानी से नहाने में आलस करते है और  गरम पानी का इस्तेमाल अधिक करते है। गरम पानी से नहाने पर आपके शरीर में शुष्कता बढ़ जाती है। जबकि गुनगुने पानी से नहाना मांशपेशियों के लिए भी लाभकारी होता है।  दिन भर की भागदौड़ और मेहनत के बाद अगर आप गुनगुने पानी से नहाते है तो आप ज़्यादा अपने आप को तरोताज़ा महसूस करेंगे।  शरीर में ज़्यादा आराम और शान्ति महसूस होती है। रात में अच्छी नींद भी आती है गुनगुने पानी से नहाने पर शारीरिक स्वास्थय के साथ साथ मानसिक स्वस्थ्य भी बेहतर होता है। भीगे शरीर पर  नारियल के तेल में कपूर डालकर लगाना भी त्वचा के लिए लाभकारी है।

शरीर पर अधिक साबुन का न करें इस्तेमाल-


सर्दियों में  अधिक साबुन के इस्तेमाल  से भी त्वचा रूखी और  बेजान हो जाती है।  नहाने के लिए अधिक सौम्य साबुन का ही इस्तेमाल करे।  कठोर साबुन के इस्तेमाल से आपकी त्वचा अनाकर्षक लग सकती है। एंटीबैक्टीरियल साबुन आपके शरीर के लिए हानिकारक हो सकते है।  जिन में प्राकतिक सामग्रियां जैसे एलोवेरा, नीम, चन्दन, नारियल तेल, जैतून का तेल आदि हो ऐसे ही साबुन का इस्तेमाल करे। इसके अलावा आप हर्बल साबुन का भी इस्तेमाल कर सकते है। हर्बल साबुन आपकी त्वचा को नमी प्रदान करते है और फटने से भी बचाते है।  चेहरे पर भी माइल्ड फेसवाश का ही प्रयोग करे। ज़्यादा देर तक न नहाये, नहाने की अवधी को कम करे। दस मिनट से अधिक न नहाये।

मलाईदार क्रीम या विटामिन ई युक्त मॉइस्चराइजर का ही प्रयोग करे


नहाने के बाद तुरंत पूरे शरीर में मलाईदार या विटामिन ई युक्त क्रीम या मॉइस्चराइज़र  का इस्तेमाल करे। हमेशा तेल युक्त  मॉइस्चराइज़र का ही इस्तेमाल करे।  मॉइस्चराइज़र आपकी रूखी त्वचा को हाइड्रेट और स्वस्थ बनाये रखता है।  नियमित रूप से मॉइस्चराइज़र के इस्तेमाल से आपकी त्वचा कोमल , मुलायम और  ताज़ा लगने लगती  है। इसके साथ ही यह आपकी त्वचा की कोशिकाओं को सुरक्षित रखता है और  रुखा होने से भी बचता है।  कुछ मॉइस्चराइज़र में (एसपीएफ) के गुण मौजूद होते है  जो आपकी त्वचा को सूरज की तेज़ किरणों से भी बचाता है।  इसका इस्तेमाल दिन और रात दोनों में किया जा सकता है। त्वचा में नमी बने रहने से आप जवान और आकर्षक लगते है।

उचित आहार ले-
उचित आहार ले

जब सर्दियां अपने शवाब  पर होती है ,तब  ठंडी हवाओं का लुत्फ़ लोग जमकर उठाते है। लेकिन यही ठंडी हवाएं आपके त्वचा की बेरुखी का कारन भी बन सकती है।  अन्य मौसम की अपेक्षा आपको  सर्दी के मौसम में ज़्यादा अपनी देखभाल करने की जरूरत होती है।  ज़्यादातर लोग इस मौसम में  अपनी त्वचा की डलनेस के बारे में बात करते है।  क्युकी आपके शरीर को सही पोषण नहीं मिलता।  आपको पोषक तत्वों से भरपूर एंटीऑक्सीडेंट्स फल और सब्जियां ज़्यादा से ज़्यादा मात्रा में लेना चाहिए।  पौस्टिक फलो  और सब्जियों के सेवन से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और शरीर भी स्वस्थ्य रहता है।  

सर्दियों में खाये जाने वाले फल:-

1.सेब


सेब फाइबर, विटामिन, मिनरल्स, फाइटोन्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे तत्वों से भरा है। सेब एक ऐसा फल है जिसे डॉक्टर भी खाने की सलाह देते है। यह पौस्टिक तत्वों से भरपूर फल है।  इसमें जीरो कैलोरी होती है।  इसके प्रतिदिन सेवन से हम डॉक्टर से हमेशा दूरी बना रख सकते है। आपने  इस कहावत को तो सुना ही होगा “An apple a day keeps the doctor away” यह बहुत ही पुरानी और प्रभावी कहावत है। इसे सुबह में खाकर दूध पीने से त्वचा की रंगत में भी निखार आता है।  क्यूंकि शरीर में खून की मात्रा सही रहती है।  यह अंदरूनी खूबसूरती के साथ साथ बहरी खूबसूरती में भी मददगार है।
2.संतरा

संतरा विटामिन A, B, और C, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम फास्फोरस, कोलिन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर फल है।  यह एक स्वादिष्ट फल है।  सर्दियों में मिलने वाले साइट्रस  फलो को अपनी दिनचर्या  में जरूर शामिल करना चाहिए।  इसमें कई तरह के विटामिन और खनिज पदार्थ पाए जाते है, जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते है। इसके नियमित सेवन से सर्दी - जुकाम जैसी समस्याएं बहुत कम हो जाती है। इसमें सभी प्रकार के खनिज जैसे जिंक, आयरन शरीर के इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करते है और कई तरह की बीमारियों से लड़ने में मदद करते है।  ऐसा भो लोग कहते है कि यदि संतरा रोज़ खाया जाये तो घर में एंटीबायोटिक दवाएं रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। संतरे में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो शरीर में  टॉक्सिन जैसे विषाक्त पदार्थो को निकलने में मदद करते है।  जिस कारन आपकी त्वचा पहले से ज़्यादा निखरी लगती है।


1 चम्मच संतरे के छिलके का पाउडर, चुटकी भर हल्दी और 1 चम्मच गुलाब जल इन तीनो का मिश्रण अपने चेहरे व् गर्दन पर फेसमास्क की तरह लगाए। इसे 20 मिनट लगाने के बाद पानी से धो ले। आपकी त्वचा पहले से अधिक साफ़ और निखरी लगेगी।  

3.अंगूर



रस से भरा अंगूर एक सुगन्धित लता वाला फल है।  अंगूर अधिकतर लोगो का प्रिय फल होता है।  इसके लाजवाब स्वाद से तो हम सभी परिचित है।  यह रस से भरपूर और सेहत का खज़ाना भी है।  इसमें विटामिन C, A और B6 होता है।  इसमें बहुत सारा फोलेट, पोटैशियम , आयरन, कैल्शियम आदि भी होता है। इसे खाने से पेट सम्बन्धी बीमारियां बहुत कम होती है। इसमें मौजूद मिनरल्स , कार्बोहाइड्रेट्स, ग्लूकोज जैसे पौस्टिक तत्व शरीर की थकान को दूर करने के साथ ही दिल की बीमारियों से भी बचाता है। आमतौर पर अंगूर दो तरह के पाए जाते है:- हलके हरे रंग के एवं काले रंग के।  काले अंगूर शरीर में खून की मात्रा को नियंत्रित करते  है और साथ ही इन्सुलिन की मात्रा को भी विकसित करते है। 



"खून की कमी दूर करने के लिए एक गिलास अंगूर के जूस में २ चम्मच शहद मिलाकर पीने से खून की कमी को दूर किया जा सकता है।"

4.कीवी




कीवी चीन का राष्ट्रीय फल है।  चीन के अलावा इसकी खेती ब्राज़ील, न्यूज़ीलैंड, और इटली में व्यापक रूप से की जाती है।  इसका वैज्ञानिक नाम एक्टिनिडिया डेलिसीसा है।  कीवी की पैदावार चीन की है पर अब यह न्यूज़ीलैण्ड की पहचान बना गया है। कीवी फाइबर, विटामिन्स, मिनरल्स, ओमेगा 3 फटी एसिड से भरपूर है।  यह इम्युनिटी पावर को बढ़ाने में और हृदय को स्वस्थ्य रखने में अहम् भूमिका निभाते है।  यह कोलेजन सेल्स का निर्माण कर त्वचा को स्वस्थ्य बनाते है। इसमें प्रायः दो तरह की किस्मे पायी जाती है:- गोल्ड कीवी और ग्रीन कीवी। गोल्ड कीवी में अधिक एंटी- ऑक्सीडेंट्स होते है जो हरे कीवी से अधिक गुणकारी होते है।  इसके अलावा यह आपकी खूबसूरती बढ़ने में भी मदद करता है।  यह रंग भी गोरा करता है। निखरी त्वचा पाने के लिए इसकी कुछ स्लाइस काट कर चेहरे पर लगाए कुछ ही दिनों में आपको फर्क महसूस होने लगेगा। 100 ग्राम कीवी में 92.7 मिलीग्राम विटामिन स पाया जाता है जो आपकी त्वचा को खूबसूरत बनाता है।  यह आपकी त्वचा को हानिकरक पराबैगनी किरणों के प्रभाव से भी बचाने में मदद करते है। 

5. अमरुद



सर्दियों में फलो का राजा है अमरुद। अमरुद मीठा और स्वादिष्ट होने के साथ साथ कई औषधीय  गुणों से भरा है। सर्दियों में अमरूद खाने के फायदे ही फायदे है। अमरुद में विटामिन C भरपूर मात्रा में पाई जाती है। इसमें संतरे की अपेक्षा चार गुना ज्यादा विटामिन C  पाया जाता है।  जो आपकी सेहत के साथ- साथ सुंदरता के लिए भी बेमिसाल है। रोज़ाना अमरुद खाने से यह त्वचा संबधी समस्याओं को  दूर कर आपको जवां बनाने में मदद करते है। ताज़ा अमरुद सर्दियों के मौसम में आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाते है।  अगर आप मोटापे और अधिक कोलेस्ट्रॉल से परेशान है तो अमरुद खाना आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है।  यह ब्लडप्रेशर और डायबिटीज जैसे मरीज़ो के लिए भी काफी लाभदायक होता है। अगर आप नेचुरल ग्लो पाना चाहते है तो अमरूद खाना एक बेहतरीन उपाय है।

6. अनार



अनार एक लाल रंग का फल होता है। सैकड़ों छोटे छोटे दानो से मिलकर बना यह रसीला फल स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत महत्त्वपूर्ण है।  इसमें प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, , फाइबर, विटामिन और खनिज पाए जाते है। अगर आप इसे नियमित रूप से खाते है तो यह याददाश्त सम्बन्धी समस्या को भी दूर करता है। अनार शरीर में खून के थक्के नहीं बनने देता है। रक्त के बहाव को सामान्य रखता है।  इसमें एंटी - एजिंग के गुण भी होते है।  इसमे पाया जाने वाला विटामिन A, E बढ़ती उम्र के लक्षणों को जल्दी आने से रोकते है और त्वचा की महीन रेखाओ और  झुर्रियों को जल्दी आने से भी रोकता है। अनार के छिलको को पीसकर, उसे चेहरे पर मसाज करने से ब्लैकहेड्स की समस्या भी दूर हो जाती है। जिनको खून की कमी होती है उनके लिए अनार या इसका जूस दोनो ही  एक वरदान स्वरुप है।  यह इम्युनिटी सिस्टम को भी बूस्ट करता है। 

सुंदर त्वचा के लिए सर्दियों में खाई जाने वाली सब्जियाँ

1 - गाजर




सर्दियां आते ही लाल- लाल मीठी-मीठी गाजर की याद आ जाती है। गाजर के रस में विटामिन A, B, C, D, E, G, और K मिलते है।  गाजर में प्रचुर मात्रा में विटामिन और मिनरल पाए जाते है। इसे आप कच्चा सलाद के रूप में या फिर सब्जी या जूस बनाकर चाहे जैसे खा सकते है। यह आंखों की रौशनी बढ़ाने में भी बहुत मददगार है। ठण्ड के मौसम में लोग गाजर का हलवा बनाकर खाना ज़्यादा पसंद करते है।  क्यूंकि गरम गरम हलवा सर्दियों के मौसम में लज़ीज़ तो लगता ही है साथ ही यह आपके शरीर को गर्मी भी प्रदान करता है। गाजर को अपने खान पान में जरूर शामिल करना चाहिए। 


2- चुकंदर


लाल लाल चुकंदर सेहत के साथ-साथ सौंदर्य को बढ़ाने में भी बहुत उपयोगी है। इसे आप सलाद के रूप या जूस के रूप में भी प्रयोग कर सकते है। यह लौह का बहुत ही अच्छा स्रोत है। इसे उबालकर या भाप देकर भी प्रयोग में ला सकते है। चुकंदर के पत्तो को भी खाया जाता है। इसके जूस के नियमित सेवन से हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने में भी बेहद मददगार साबित होता है। इसका जूस एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है जिससे आपकी त्वचा साफ़ और चमकदार बनती है।  

3- पालक


हरी ताज़ी पालक में कारोटेन्स , एमिनो एसिड, पोटैशियम, और आयोडीन मुख्य रूप से पाया जाता है। इसमें विटामिन  A, k, C और b  भारी मात्रा में होता है।  ये शरीर में PH बैलेंस को भी  बनाये रखता है।  इसे हम कई तरह से आहार के रूप में ले सकते है:- कच्चा , सूप , उबालकर , सब्जी इत्यादि।  यह पोटैशियम और ल्युटिन से भरपूर होता है , जिससे हार्ट अटैक का खतरा काफी कम हो जाता है।  पालक में गाजर के मुकाबले आयरन दोगुना होता है।  लेकिन पालक को पकाकर नहीं खाना चाहिए। उसके बहुत से पोषक तत्व नष्ट हो जाते है।  जब शरीर में खून की कमी होती है तो डॉक्टर या हमारे आस पास रहने वाले लोग सबसे पहले पालक खाने की ही सलाह देते है।  सनबर्न या टैनिंग जैसी समस्याओं को भी इसके सेवन से दूर किया जा सकता है। सर्दी के मौसम में इसका गरम गरम सूप बनाकर पीने से अपने दिन को भी गरम बना सकते है।  
4- मेथी

सर्दियों के मौसम में मिलने वाली बाजार में हरी भरी, पत्तेदार मेथी के बारे में तो आप सभी जानते होंगे, जो स्वास्थ्य व सौंदर्य दोनों ही दृष्टि से बहुत फायदेमंद है। हमारी सुंदरता व स्वास्थ्य दोनों का सम्बन्ध हमारे उदर यानि पेट से होता है। यदि हमारा पेट साफ़ न हो तो उसका असर हमारी त्वचा व् स्वास्थ्य दोनों पर देखा जाता है।  मेथी एक ऐसी औषधि है जो पेट संबंधी सभी विकार जैसे कब्ज और गैस की समस्याओं को दूर करता है।  मेथी की सब्जी खाने से आपका पाचन तंत्र सुचारू रूप से कार्य करता है।  मेथी आपको सर्दी लगने से भी बचाती है।  मेथी फॉलिक एसिड, मैग्नीशियम, जिंक, कॉपर, फास्फोरस, कैल्सियम, प्रोटीन और आयरन से भरपूर है जो आपकी सेहत के लिए बहुत लाभप्रद है। इसकी पत्तियों का साग भी बनाया जाता है और इनके बीजो को मसाले के रूप में भी प्रयोग करते है।  इसका सेवन सब्जी, दाल , पराठे , सलाद के रूप में करने से भूख भी बढ़ती है। घर में कोई भी बड़ा- बुजुर्ग हो तो वह सर्दियों में मेथी और मेवे के लड्डू खाने के लिए जरूर कहता है।  क्यूंकि इसकी तासीर गरम होती है।  मेथी का उपयोग कर आप अपनी सुंदरता में भी चार चाँद लगा सकते है। 

आप मेथी बीज, मेथी युक्त पानी, बेसन, दही का फेसपैक बना ले। इसे त्वचा पर 15 मिनट लगा रहने दे, फिर इसे धो ले। इसका प्रयोग करते रहने से कुछ ही दिनों में आपकी त्वचा में धीरे धीरे निखार आने लगेगा। 

        इसका रस बनाकर भी पी सकते है, जिससे चेहरे की चमक बढ़ती है। मेथी की पत्तियां बालों के लिए भी बहुत लाभकारी होती है। इसकी पत्तियां पीसकर बालों में लगाने से बाल काले, घने व चमकदार होते है।

5- शकरकंद

 शकरकंद एक प्रकार की जड़ है जो जमीन के अंदर रह कर फूल जाती है।  यह अपने अंदर भोजन संग्रह कर लेता है।  देखने में लाल व भूरे रंग का होता है।  इसमें अनेक विटामिन जैसे A और C होता है। इसमें स्टार्च भी बहुत अधिक होता है।  इसे लोग उबाल कर या आग में भूनकर  खाना ज़्यादा पसंद करते है।  इसमें मौजूद बीटा- कैरोटीन इसको मीठा और सुगन्धित बनाता है।  विटामिन C और E के कारण यह त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद है। यह विटामिन D का एक बहुत ही अच्छा सोर्स है जो स्किन और  नसों की ग्रोथ के लिए भी आवश्यक है। यह रूखी और बेजान त्वचा के लिए बेहतरीन मॉइस्चराइजर का काम करता है।
           उबले हुए शकरकंद को ओट्स और दही के साथ मिक्स कर पेस्ट बनाये और चेहरे पर स्क्रब की तरह इस्तेमाल करे। फिर गुनगुने पानी से धो ले।

           आयुर्वेद के चिकित्सक डॉ. सत्य प्रकाश मिश्र के मुताबिक शकरकंद का सेवन सर्दियों के लिए बहुत लाभप्रद होता है इसे लोग "स्वीट पोटैटो " के नाम से भी जानते है। यह इम्यून सिस्टम को भी बूस्ट करता है। यह त्वचा में कोलाजिन का निर्माण करता है जिससे चेहरे पर झुर्रियां नहीं पड़ती। यह ऊर्जावर्धक है और खून भी बढ़ाता है।  

धूप में जाने से पहले करे सनस्क्रीन का इस्तेमाल




जब गुलाबी ठण्ड नवंबर के महीने में शुरू होती है तो साथ ही अपनी स्किन की देखभाल की भी जरूरत होती है। वैसे तो हर  मौसम में स्किन का ख्याल रखने की जरूरत है पर सर्दियों में एक्स्ट्रा केयर की जरूरत होती है। इस मौसम में लोग अपने शरीर को गरम रखने के लिए धूप  का आनंद लेते है। लेकिन सनस्क्रीन का प्रयोग नहीं करते है।  जिससे सूर्य की हानिकारक किरणे UVA आपकी त्वचा को नुकसान पहुँचाती है।  यह आपके शरीर में टैनिंग , सनबर्न जैसी समस्याएं उत्पन्न करता है।  स्किन पर झुर्रियां और समय से पहले बुढ़ापे और दाने होने का खतरा भी रहता है। इसीलिए धूप का लुत्फ़ उठाने से आधा घंटा पहले स्किन पर सनस्क्रीन लगाना न भूले।  यह आपके स्किन की अच्छे से देखभाल करता है। अधिकांश लोग सनस्क्रीन का  इस्तेमाल इसलिए भी नहीं करते है क्यूंकि उनकी शिकायत होती है इसे लगाने से उनकी त्वचा का रंग गहरा और चिपचिपा हो जाता है।  अगर ऐसा लगता है तो आपने गलत सनस्क्रीन का चुनाव किया है। अपनी स्किन टोन के हिसाब से ही सनस्क्रीन का यूज़ करना चाहिए।

• अगर आपकी त्वचा ऑयली है तो एक्वा बेस्ड SPF फोर्मुलेशन या ऑयल फ्री सनस्क्रीन चुनना चाहिए।  
• त्वचा ड्राई है तो मॉइस्चर बेस्ड सनस्क्रीन लगाना चाहिए।

• अगर स्किन सेंसिटिव है तो हाइपोएलर्जेनिक  द्रव्य से युक्त सनस्क्रीन लगाए।  

 ड्राई  फ्रूट्स  जरूर  खाये



जाड़े के मौसम में शरीर को अंदर से गर्म, और होने वाले रूखेपन , फटी एड़ियां ,फटे होंठ से छुटकारा पाने के लिए ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, अलसी के बीज, तिल, अखरोट, मूंगफली, काजू, पिस्ता , अंजीर, किशमिश जैसे सूखे मेवे खाना चाहिए।  इससे आपको सही  मात्रा में न्यूट्रिएंट्स मिलता है। चूँकि इनकी तासीर बहुत गर्म होती है।  इनमे प्रोटीन, फाइबर, फॉलिक एसिड , विटामिन्स, मिनरल्स शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है।  शरीर में मेटाबॉलिज़्म को बेहतर कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करता है।  इनमे फैटीएसिड, प्रोटीन  और फाइबर उच्च मात्रा में होते है।  जो खूबसूरत  त्वचा पाने में मदद करते है। डॉय फ्रूट्स त्वचा को स्वस्थ व दमकदार बनाते है।  रूखी त्वचा के लिए बादाम किसी रामबाण से कम नहीं है। अखरोट त्वचा की गन्दगी ही नहीं डेड सेल  को भी दूर करता है। यह प्राकतिक स्क्रब की तरह काम करता है।  किशमिश से रक्त  संचार नियंत्रित होता है।  ये आँखों को हमेशा तरोताज़ा और त्वचा को जवां रखने में मदद करता है। 
        स्किन का ख्याल रखने के लिए हमे सबसे पहले ये जान लेना चाहिए की हमारी स्किन कैसी है। हमारी स्किन ४ तरह की होती है:- ऑयली, सूखी, मिक्स्ड, नार्मल। अलग अलग स्किन के लिए अलग तरह के नुस्खों की जरूरत होती है।

• ग्लिसरीन, नींबू और ३-४ बूँद गुलाबजल मिलाकर एक मिश्रण बना ले। इसे रोज़ाना रात को सोने से पहले चेहरे व शरीर पर लगाए और सुबह उठकर गुनगुने पानी से धो ले।

• अंडे और शहद का फेसमास्क भी स्किन को हेल्दी बनाने में काफी मदद करता है। एक अंडे में थोड़ा सा शहद मिलाये और फिर उसे चेहरे , हाथो और गर्दन पर लगाए और एक घंटे बाद गुनगुने पानी से धो ले।

• पपीता त्वचा को रुखा नहीं होने  देता। इसके गूदे को स्क्रब की तरह त्वचा पर मले और कुछ देर सूखने दे।  फिर गुनगुने पानी से त्वचा साफ़ करे इससे त्वचा मुलायम और चमकदार हो जाएगी।  


• 50 ग्राम टमाटर के रस में एक छोटा नींबू का रस मिलाए। फिर इसे चेहरे पर 15 मिनट्स के  लिए  लगाए।  सूखने के बाद गुनगुने पानी से धो लें।

होठों को भी सुंदर व आकर्षक बनाये





जब सर्दियां शुरू होती है तो अपने चेहरे और शरीर के अलावा हमे होंठो का भी ख्याल रखना चाहिए।  इस दौरान चलने वाली ठंडी और शुष्क हवाएं होंठो को ज़्यादा प्रभावित करती है। सर्दियों में होंठ फटना एक आम समस्या है जिसे हर दूसरा व्यक्ति परेशान होता है। कुछ लोगो के होंठ फटने का सबसे प्रमुख कारण होता है, होंठो पर बार बार जीभ  फेरने की आदत।  आप अपने जीभ से अपनों होंठो को बार बार गीला करते है।  जिससे सर्द हवाओं के कारण होंठ और भी शुष्क हो जाते है।  रसायन- युक्त लिपस्टिक या सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग या फिर संतुलित आहार की कमी  आदि भी होंठो के फटने का कारण हो सकते है। जरूरी है की अपने होंठो पर मॉइस्चराइज़र अप्लाई करे।  होंठो का  रूखापन आपकी खूबसूरती पर भी असर डालता है।  विटामिन इ से युक्त बादाम के तेल में शहद मिलाकर लगाने से भी होंठ मुलायम और आकर्षक बनते है। शहद जो मृत कोशिकाओं को हाइड्रेट करने का काम करता है और यह नेचुरल लिप बाम की तरह भी काम करता है। दूध और हल्दी का पेस्ट बनाये,  5 मिनट तक होंठो  पर  लगा रहने दे फिर इसे रगड़ रगड़ कर साफ़ कर ले।  यह नुस्खा भी होंठो को मुलायम रखने में कारगर है। जोजोबा तेल या कोको बटर वाली बाम भी ड्राईनेस  को कम करने में सहायक है। आहार के लिए दूध और दूध से बने उत्पाद और अंडे को भी शामिल करे। शहद और ग्लिसरीन, शहद और गुलाब जल आदि होंठ फटने के उपचार में काम आते है।

हाथों की खूबसूरती का भी रखें ख्याल



ग्रहणियाँ दिन भर रसोईघर, कपडे धोने आदि के समय बार - बार साबुन और डिटर्जेंट का इस्तेमाल करती है जिस कारण हाथों की त्वचा अत्यधिक बेजान और रूखी हो जाती है। हाथों की सुंदरता बनाये रखने के लिए नहाने के बाद अपने हाथो और पैरो की मालिश करे। इसके लिए आप जैतून का तेल, सरसों का तेल भी यूज़ कर सकती है।

•ज़्यादा रूखे हाथों के लिए एक चम्मच बादाम का तेल, तिल का तेल, दो चम्मच सूरजमुखी का तेल, एक चम्मच ग्लिसरीन और 100 ml गुलाब जल इन सब का मिश्रण बना ले। इसे अपने हाथों और पैरों पर लगाए। इससे त्वचा में कोमलता और नमी आती है। 

•ताज़ा संतरे को छिलको को पीसकर लगाए इससे डेड स्किन भी हटती है और शुष्क व सावंली त्वचा वाले हाथों का रंग भी निखरता है। हाथो की खूबसूरती कायम रखने के लिए मॉइस्चराइज़र भी लगा सकती है। जिससे किसी तरह का संक्रमण पैदा नहीं होगा। आप अपने हाथो पर मैनीक्योर भी करा सकती है। घर पर ही सबसे पहले कच्चे दूध से अपने हाथो व नाखूनों को साफ़ करे। अब टब में गुनगुना पानी लेकर उसमे थोड़ा शैम्पू मिलाएं। अब उसमे अपने हाथो को थोड़ी देर रखे। अपने हाथो को किसी तौलिए की मदद से धीरे धीरे रगड़े। ज़्यादा तेज़ रगड़ने से आपकी त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है। अब पानी से हाथ हटा कर तौलिए से साफ़ करे। त्वचा रूखी न हो इसलिए मॉइस्चराइजर का प्रयोग करे। आप जैतून का तेल भी लगा सकती है। इससे आपके हाथ मुलायम होंगे। नाखूनों को भी काटकर छोटा व साफ़ सुथरा रखे।


           बाहर जाने से पहले हाथों पर किसी अच्छी क्रीम से मसाज करे उसके बाद दस्ताने पहन ले, ये आपके हाथों को गर्म भी रखेंगे और आपके हाथ रूखे और बेजान भी नहीं होंगे। सर्दियों के मौसम में हाथो पर लोशन का भी नियमित इस्तेमाल करना चाहिए।  

पैरों को भी रखें साफ व सुंदर


हम में से 5% लोग ही शरीर के हर अंग जैसे चेहरा, होंठ, बाल, आँखें, हाथ - पैर आदि पर ध्यान देते है। पर 95% लोगों का ध्यान अपने पैरो की तरफ नहीं जाता है।  नतीजा वे जब भी कभी बाहर या किसी पार्टी का हिस्सा बनते है तो उन्हें शर्मिंदगी उठानी पड़ती है।  उसके बाद वे ढेरो पैसे पार्लर में बर्बाद करते है।  हम भूल जाते है जिन  पैरों के द्वारा हम दिन भर भाग दौड़  करते है उन्हें भी स्वच्छ रखना हमारी ही जिम्मेदारी है।  संपूर्ण व्यक्तित्व  में निखार तभी आता है जब चेहरे की खूबसूरती के साथ हमारे हाथ और पैर भी सुंदर दिखे। सुंदर ,स्मूद और मुलायम पैर कौन  नहीं चाहता ? बस जरूरत है उन्हें दिन भर में १० मिनट देने की।  जितना जरूरी बालों में शैम्पू करना है उतना ही पैरों को साफ़ और सुन्दर बनाना भी है।  पैरों को नजरअंदाज करने पर त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है।  जिससे ये भद्दे दिखने लगते है।  सर्दियों के दौरान ये हर पुरुष और महिला की समस्या होती है।  जब आप धूप में बाहर निकलती है तो टैनिंग होना स्वाभाविक है।  धूल , मिटटी , प्रदूषण , सूर्य की किरणें  भी पैरों की त्वचा को काला करने का मुख्य कारण  है। जिससे एड़ियां भी फटने लगती है।  कभी कभी तो उनसे रक्त का रिसाव भी होने लगता है।  इससे बचने के लिए जितना हो सके अपने पैरों  को नम बनाये रखे। अच्छे मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करे। आप लोशन भी अप्लाई कर सकती है। पैरों को मॉइस्चराइज  रखने के लिए हॉट वाटर ट्रीटमेंट भी काफी कारगर है।
           हमारे शरीर के सभी अंगो को मिलाकर ही एक सुन्दर काया का निर्माण होता है। सुन्दर पैर आपकी खूबसूरती में चार चाँद लगा सकते है। पैरों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए पैरो के नाखूनो का भी ख़ास ख्याल रखना चाहिए।  

• एक छोटी कटोरी में शहद, नीबू का रस और सूरजमुखी का तेल मिलाये, फिर इसे अपने पैरों में 10 -15 मिनट तक मले। फिर पैरो को धो ले। आप खुद ही फर्क महसूस करेंगे।

• हल्दी भी एक एंटीबायोटिक औषधि है। इसलिए आप दही, बेसन और चुटकी भर हल्दी को मिलाये। इस मिश्रण को पैरों में अच्छी तरह से लगाए। 15 मिनट बाद धो ले।  जिससे टैनिंग की समस्या से भी निजात मिलेगी ।

• अपने पैरों का कालापन हटाने के लिए कच्चे दूध का भी इस्तेमाल कर सकती है।  
• संतरे के रस में काफी विटामिन होता C  होता है।  संतरे के रस को 15 मिनट के लिए लगाए , जब रस सूख जाये तो साफ़ पानी से धो ले। पैर सुंदर और मुलायम लगेंगे।


• खीरा और नींबू  भी अच्छे क्लीन्ज़र का काम करते है। दोनों के रस का मिश्रण  अपने पैरो पर कुछ देर लगाए फिर धो ले।  आपको निश्चित रूप से अंतर दिखाई देगा।

सर्दियों में भी रहे बाल खूबसूरत:- 




सर्दियों का मौसम जितना सुहाना लगता है उतना ही इस मौसम में अपने शरीर, चेहरे, हाथ- पैर और बालों का ध्यान रखना पड़ता है। इस मौसम में ठंडी हवाओं के चलते बालों में से प्राकतिक तेल खत्म हो जाता है। जिससे हमारे बाल रूखे और बेजान दिखते है।   इस मौसम में हमे बालों की केयर कुछ ज़्यादा ही करनी पड़ती है। शुष्क मौसम के कारण बालों में रूसी, स्कैल्प में खुजली, बालों का घुंघरैलापन आदि समस्याएं होने लगती है। बालों को स्वस्थ और सुंदर बनाने के लिए कुछ जरूरी उपाय –


• हफ्ते में 2 या 3 बार तेल लगाए:- समय- समय पर या हफ्ते में २ से ३ बार आपको तेल लगाने की आदत डालनी पड़ेगी।  रात में अच्छे से सरसो या जैतून के तेल से बालों में मालिश करनी चाहिए।  बालों में मालिश के लिए आप फिंगर टिप्स का सहारा भी ले सकती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन में भी मदद मिलती है। अपनी उँगलियों के पोरो से बालों के स्कैल्प में तब तक तेल की मालिश करते रहिये जब तक तेल बालों की जड़ो में अच्छे से न पहुँच जाये।  इससे बालों में एक परत बन जाएगी, जड़ो को पोषण भी मिल जायेगा। ऐसा करते रहने से बाल जड़ से मजबूत होंगे।  बालों को मॉइस्चर मिलेगा ,और रूखे भी नहीं होंगे। अगर रूसी हो तो आप तेल में नींबू की कुछ बूंदे भी मिला सकती है।

• हफ्ते में २ बार बालों को जरूर धोये:-  रात भर तेल लगा रहने दीजिय। आप चाहे तो बालों को शावर कैप से ढककर भी रख सकती है पर ज़्यादा देर नहीं। फिर बालों को शैम्पू से धो ले, अच्छी तरह से सूखा ले। धोने के लिए गरम पानी का इस्तेमाल न करे, हलके गुनगुने पानी का इस्तेमाल करे। उसके बाद बालों को प्राकतिक रूप से सूखने दे। ब्लो ड्रायर का यूज़ न करे। सूरज की रौशनी में भी बालों को सूखा सकती है। इससे हमे विटामिन डी मिलता है। पर ३० मिनट से अधिक बालों को सूरज की रौशनी में न रखे।
           गीले बालों में कभी भी कंघी नहीं करनी चाहिये, इससे बाल ज़्यादा टूट सकते है। बालों में चौड़े दांत वाले कंघे का ही इस्तेमाल करे। अगर बाल चमकदार नहीं लगते तो आप स्कैल्प में शहद भी लगा सकती है शहद लगाकर हल्के हाथो से मसाज करे और 10 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो ले।

•बालों को करे कंडीशनिंग:-  जितना जरूरी बालों में तेल लगाना है उतना ही बालों को धोने के बाद कंडीशनिंग करना भी है। इससे बालों में नमी बनी रहती है। मेयोनेज और एवोकाडो कंडीशनिंग के लिए बेहतर माने जाते है। इनमे प्राकतिक तेल होता है जो बालों को रूखा नहीं होने देते। आधा कप मेयोनेज और आधा कप एवोकाडो को पीसकर लेप तैयार करे। इस मिश्रण को बालों में लगाए और शावर कैप से ढक ले। 15 मिनट बाद धो ले।

• क्लीन्ज़र:- रात भर भिगोया हुआ रीठा, शिकाकाई और आंवला को सामान मात्रा में ले। और इसे पीस ले। फिर किसी कपडे से छान कर उसे बालों में लगाए। इसे सूखने दे। 45 मिनट बाद धो ले।

•शाइनिंग के लिए :- कच्चे अंडे, कॉफी पाउडर, लेमन जूस, मेहँदी पाउडर और दही मिलाकर पेस्ट तैयार करे। इसे बालों पर लगा ले। 1 घंटे बाद पानी से धो ले। बालों में अच्छी शाइनिंग आएगी।

•ट्रिंमिंग भी है जरूरी :- बालों की अच्छी देखभाल के लिए नियमित रूप से हर तीन महीने में ट्रिंमिंग भी कराते रहना चाहिए। इससे आपके बालों की ग्रोथ भी अच्छी होती है। अगर आपके बाल दो मुंहे है तो उनसे भी निजात मिलेगी। बाल हेल्दी भी रहेंगे।   

• बालों में कलर न करे:- ठण्ड हो या गर्म बालों में कलरिंग ज़्यादा नहीं करनी चाहिए। इससे बालों का प्राकृतिक तेल नष्ट होता है। और जो बालों का नेचुरल रूप है वह भी खत्म होता है। बाल ज़्यादा डल लगते है।

•बालों में हेयर स्प्रे का इस्तेमाल न करे :- एल्कोहल की ज़्यादा मात्रा वाले हेयर स्प्रे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे बाल रूखे, बेजान और अधिक टूटने भी लगते है।

         “सर्दियों के मौसम में आंवला आता है। इसीलिए अगर रोज़ एक आंवला खाते है तो बालों को बहुत फायदा मिलेगा। इसके अनेको गुड़कारी लाभ है।"

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