फटी एड़ियों का घरेलू इलाज - daily health letters,relationship,health information,natural remedies,pregnancy symptoms

Sunday, July 22, 2018

फटी एड़ियों का घरेलू इलाज

फटी एड़ियों का घरेलू  इलाज 

आजकल के जमाने में अपने चेहरे का ध्यान तो हर व्यक्ति बड़ी बखूबी से रखता है, किंतु पैरों की देखरेख मैं कई प्रकार की लापरवाही करते है जिस वजह से उनके पैर गंदे से दिखते हैं या फिर एड़ियां कठोर और फट जाती हैं। लोगों को पैर में जूते चप्पल सैंडल पहनने में दिक्कत आती है।एड़ियां फटने की मुख्य कारण होता है शरीर में कैल्शियम और चिकनाई की कमी होना। एड़ी तलवों की त्वचा मोटी होती है, इसलिए शरीर के अंदर बनने वाला सीबम पैर के तलवों की बाहरी सतह तक नहीं पहुंच पाता। कुछ घरेलू नुस्खों के इस्तेमाल से आपकी एड़ियां फिर से मुलायम हो सकती हैं। गुलाब जल, ग्लिसरीन, मोम, नारियल, शहद, केला आदि एड़ियों की त्वचा को ठीक करने का काम करते हैं।


ऑयल मसाज


तेल की चिकनाई एड़ियों को फटने से रोकेगी और फटी हुई एड़ियों को भरने में मदद करेगी। आप ऑलिव ऑयल या जैतून का तेल (olive oil), नारियल का तेल या तिल के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। रात को सोने से पहले तेल से पैरों की मालिश करें और मोज़े डालकर सो जाएँ। एड़ियाँ कोमल हो जाएंगी।


विटामिन सी ( Vitamin C )


विटामिन सी की कमी होने के कारण से एडियाँ फटने लगती है इसलिए जरूरी है कि विटामिन सी से भरपूर फलों और सब्जियों का सेवन करें. इसके लिए फलों की चाट और सलाद का सेवन दिन में दो से तीन बार करें. ऐसा करने से एडियाँ कोमल होती हैं और फटती भी नहीं है.

बोरोप्लस Boroplus


बोरोप्लस एंटीसेप्टिक होती है जो कि त्वचा के लिए बहुत अच्छा होता है। अतः फ़टी एड़ी पर बोरोप्लस लगाने से ठीक हो जाता हैं।आप मॉइस्चराइजिंग क्रीम का भी उपयोग कर सकते हैं और उनका फ़ार्मूल अत्यधिक मॉइस्चराइजिंग एजेंटों में केंद्रित होता है। मॉइस्चराइज क्रीम लगाने से पहले आपको अपने पैर को गुनगुना पानी से धोना चाहिए। दिन में दो बार पैरों पर मॉइस्चराइजिंग क्रीम लगाएं


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आरामदायक जूते पहनें



पैरों को फटने से बचने के लिए आरामदायक जूते पहनें चाहिए। जूते तो अधिक टाइट होने चाहिए और ही बहुत अधिक ढीले होने चाहिए। सख्ति जूते आपके पैरों के दर्द को बढ़ा सकते हैं।

पेडीक्योर 


एक बाल्टी को गुनगुने पानी से भरें और उसमें थोड़ा सेंधा नमक मिला दें। इसमें अपने पैर डुबाकर दस मिनट के लिए छोड़ दें। इससे एड़ियों की दरारें नर्म हो जाएँगी। अब एक पत्थर का झाँवा लें और उससे पैर के किनारों को रगड़ें। डेड स्किन को हटाने के लिए आप पैर रगड़ने वाले स्क्रब का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। जैतून के तेल और चीनी को मिलाकर बने उनके मिश्रण के इस्तेमाल से पैरों पर स्क्रब के द्वारा रब करें। अब अपने पैरों को धो लें और उसे हलके हाथों से पोछकर सुखाएं। किसी गाधी क्रीम से पैरों को नम करें। चाहें तो आप पेट्रोलियम जेली का इस्तेमाल भी कर सकते हैं, दरारों को भरने में वह बहुत उपयोगी होती है। ऐसा कर लेने के बाद नमी को बरकरार रखने के लिए मौजे पहन लें। सोने के लिए जाने से पहले ऐसा करना सबसे बेहतर परिणाम देगा। मौजे पहनकर ही सोएं और सुबह-सुबह अपने पैर धो लें।

पैरो को समय-समय पर पैडिक्योर की जरूरत होती है। इसके लिए आपको बाहर जाने की जरुरत नही। यह आपके घर में भी कर सकते है। इसके लिए गुनगुने पानी में थोड़ा शैंपू, एक चम्मच सोड़ा और कुछ बूंदें डेटॉल की डालकर मिला लें। इस पानी में पैरों को 10 मिनट तक भिगोकर रखें। त्वचा फूलने पर मैथिलेटिड स्पिरिट लगाकर एड़ियों को प्यूमिक स्टोन या झांवे से रगड़कर साफ कर लें। इससे एड़ियों की मृत त्वचा साफ हो जाएगी। फिर साफ तौलिए से पोंछकर गुनगुने जैतून या नारियल के तेल से मालिश करें।

एक नींबू को  निचोड़कर आधी  बाल्टी पानी में डालें 10 मिनट के लिए नींबू के पानी में अपने पैर भिगोयें   नींबू के अम्लीय गुण पैरों से अधिक मृत और परतदार त्वचा हटाने  में मदद करते हैं, इससे मृत त्वचा को हटाने के लिए आसानी हो जाएगी अपने पैरों को भिगोने के बाद नरम ब्रश या लूफै़ण से रगड़ें

सुबह घास पर चलें


 सुबह सुबह हरी घांस पर चले और ध्यान रहे कि नंगे पैर ही चलें. इसके अलावा नीम और घांस को अच्छे से पीसकर गुलाबजल में मिला लें और इस मिश्रण को सरसों के तेल में मिलाकर अच्छे से पैरों पर लगाने से पैर की एडियाँ फटनी बंद हो जाती हैं। 


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विनेगर इस्तेमाल करें


विनेगर में एसिटिक एसिड होता है, जिसे त्वचा पर लगाने से त्वचा कोमल हो जाती है। हालाँकि विनेगर या एसिटिक एसिड को सीधे अपने पैरों पर लगाना सही नहीं होगा। ऐसा करने से ये आपकी त्वचा को और भी ज्यादा शुष्क बना सकता है। विनेगर को पानी में मिलाएँ। इस पानी में 5 से 10 मिनट के लिए अपने पैरों को डुबोकर रखें। पैरों को साफ पानी से धोकर अच्छी तरह से थपथपा कर सुखा लें। इसके बाद मॉइस्चराइजर लगा लें।इस प्रक्रिया को हफ्ते में 1 या 2 बार से ज्यादा ना दोहराएँ।

एलोवेरा


एलोवेरा हर एक तरह से स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। इसका एंटी-बैक्टीरियल गुण डायबिटीज के रोगी के पैरों की दरारों में मौजूद बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है। 2 चम्मच एलोवेरा जैल में 1 चम्मच हल्दी, 1 चम्मच तुलसी की पत्तियों का पेस्ट और 1 चम्मच कपूर का पाउडर मिलाएँ। इस पेस्ट को 10 से 15 मिनट के लिए पैरों पर लगाकर रखें और फिर गुनगुने पानी से धो लें। आप चाहें तो सिर्फ एलोवेरा जैल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

केला


फटी एड़ियों को सही करने के लिए यह सबसे सस्ता और आसान उपाय है। पके केल के गूदे को मसल लें और फिर से फटी एड़िओं पर लगाएं। 20 मिनट बाद इसे धो डालें। साफ करते वक्त साबुन का इस्तेमाल नहीं करें।


ऑर्गेनिक मक्खन


यह सभी पोषक तत्वों से भरा होता है, जैसे विटामिन , विटामिन डी और विटामिन तथा एंटी-ऑक्सिडेंट्स और आवश्यक फैटी एसिड, जो पैर की सूखी त्वचा को ठीक करने में मदद करते हैं।



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