आयुर्वेद में अर्जुन की छाल के उपयोग - daily health letters,relationship,health information,natural remedies,pregnancy symptoms

Saturday, March 25, 2017

आयुर्वेद में अर्जुन की छाल के उपयोग



आप ने अर्जुन के वृक्ष के बारे में तो सुना ही होगा। यह एक ऐसा वृक्ष होता है जिसका प्रयोग हम औषधीय के रूप में करते हैं। इसकी छाल से बहुत सी बीमारियों का इलाज किया जाता है। अर्जुन की छाल के फायदे इतने हैं कि इसका नियमित रूप से सेवन करने से हम घातक बीमारियों जैसे बीपी, बढ़ता हुआ कोलेस्ट्रोल, हार्ट अटैक तथा मोटापे से बच सकते हैं।
साथ ही यह और बीमारियों जैसे पेट का दर्द, कान का दर्द, मुंह की झारियां, क्षय खांसी आदि के लिए लाभदायक होता है। यह हमारे सफेद बालों को काला करने के लिए भी कारागार होता है। जब हम इसका नियमित रूप से सेवन करते हैं, तो हमें इससे बहुत से लाभ प्राप्त होते हैं

1. हड्डी टूटने पर
यदि हड्डी टूट जाए या चोट लग जाए तो अर्जुन की छाल का चूर्ण दूध के साथ लेने से हड्डी जल्दी जुड़ जाती है। इसके साथ आप चोट वाली जगह पर इसका लेप बनाकर पट्टी कर सकते हो। इससे आपकी चोट जल्दी ठीक हो जाएगी।

2. बालों को सफेद करे
अर्जुन की छाल का चूर्ण बनाकर मेहंदी में अच्छे से मिक्स कर लें, फिर उसे अपने बालों में लगाएं। इससे आपके बाल काले और सुंदर हो जायेगें, ये अर्जुन की छाल के फायदे में सबसे बेहरतीन फायदों में शुमार है।

3. बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रोल कम करे
कोलेस्ट्रोल को कम करने के लिए डेढ़ चम्मच अर्जुन की छाल का पाउडर, 2 गिलास पानी में तब तक उबालें, जब तक पानी आधा रह जाए। फिर पानी को ठंडा करके छान ले, फिर इसका सेवन सुबह शाम करने से ब्लॉक हुई धमनियां खुल जाएगी और आपका बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रोल कम होने लगेगा।

4. हाई बीपी कम करे
यदि आपका बीपी अधिक है, तो रोज सुबह चाय में अर्जुन की छाल का चूर्ण डाल कर पियें। इससे आपको फर्क जल्द ही नजर आने लगेगा।

5. अनियमित हार्ट बीट के लिए
अर्जुन की छाल को पीसकर चूर्ण तैयार कर लें, फिर उस चूर्ण को कपड़े में छान कर जीभ पर रखने से ह्रदय की अनियमित धड़कन ठीक हो जाती है।

6. रक्तपित्त
रक्तपित्त यानी खूनी पित्त में शरीर गर्म हो जाता है और रक्तपित्त नाक, गुदा, मूत्रद्वार और योनि आदि जगह से बाहर आता है। अर्जुन की छाल का काढा सुबह पीने से रक्तपित्त ठीक हो जाता है।

7. यूरिन में रुकावट
यदि आपके यूरिन में रुकावट है, तो अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने से यह रुकावट दूर हो जाती है। लेकिन इसका लाभ तभी होता है यदि हम इसे दिन में एक बार जरूर पीते हैं।

8. मुंह के छाले
नारियल के तेल में अर्जुन की छाल का चूर्ण अच्छे से मिला लें। फिर उसे मुंह के छालों पर लगाएं। आपके छाले ठीक हो जायेंगे।

9. बुखार को ठीक करे
बुखार होने पर अर्जुन की छाल का चूर्ण बनाकर गुड के साथ लेने से बुखार ठीक हो जाता है।

10. जल जाने पर
आग से जल जाने पर घाव बहुत ही जल्दी से होता है। ऐसे में यदि हम अर्जुन की छाल का चूर्ण उस घाव पर लगाते हैं तो घाव तुरंत ही ठीक हो जाता है।
अगर हड्डी टूट जाए या चोट लग जाए तब अर्जुन की छाल को पीस कर प्रभावित अंग पर लेप करके पट्टी बांध लें, इससे दर्द में आराम मिलेगा और घाव भरने लगेगा।
सिर में नन्हीं नन्हीं फुंसियां होने पर अर्जुन छाल के काढ़े से सिर धोकर, अर्जुन की छाल का बारीक़ चूर्ण घी के साथ मिलाकर सिर पर लगाने से फुंसियों से छुटकारा मिलता है।
अर्जुन छाल का बारीक़ चूर्ण मधु के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाने से कील मुहांसे दूर हो जाते हैं।
अर्जुन छाल के चूर्ण को मेहंदी में मिला कर बालों में लगाएं और सफेद बाल को काला बनाएं।
अगर दांतों पर पीलापन है तो आप अर्जुन छाल के चूर्ण से अपने दांतों की सफ़ाई करें, इससे पीलापन चला जायेगा।


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